प्राकृतिक खेती एक ऐसी कृषि प्रणाली है जो मिट्टी, जल और वातावरण को नुकसान पहुंचाए बिना स्वस्थ और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का उत्पादन करती है।

मिट्टी की उर्वरता में सुधार: प्राकृतिक खेती मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे फसलों को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं।

पानी की बचत: प्राकृतिक खेती पानी की बचत में मदद करती है, क्योंकि यह सिंचाई के लिए रसायनों और उर्वरकों के उपयोग को कम करती है।

वायु प्रदूषण को कम करना: प्राकृतिक खेती वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करती है, क्योंकि यह कीटनाशकों और उर्वरकों के उपयोग को कम करती है।

 फसलों की उत्पादकता में वृद्धि: प्राकृतिक खेती फसलों की उत्पादकता में वृद्धि में मदद करती है, क्योंकि यह पौधों को अधिक प्रतिरोधी बनाती है।

खाद्य सुरक्षा में सुधार: प्राकृतिक खेती खाद्य सुरक्षा में सुधार में मदद करती है, क्योंकि यह रसायनों और उर्वरकों के उपयोग को कम करती है।

प्राकृतिक खेती एक ऐसी कृषि प्रणाली है जो हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

यह एक बढ़ती हुई प्रवृत्ति है, और यह भारत में भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

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